Milind dada’s speech delineating Vayam’s thought is reproduced here. -rasika केशवसृष्टी पुरस्कार यह एक अतिविशिष्ट सम्मान है. युवावस्था में जब सम्मान से बल मिलता है, तभी सम्मान होना चाहिए. जब नया कुछ करने का बल बचता नही तब किसी पीर पर सम्मान की चादरें चढाने से शायद ही समाज का लाभ होता है. हमारे वयम् …